नेवर गो बैक | लेखक: ली चाइल्ड | शृंखला: जैक रीचर | अनुवादक: विकास नैनवाल

June 2020 Reads

जून का महीना गुजरे हुए एक हफ्ता हो चुका है। पढ़ने की बात करूँ तो जून में पिछले महीनों की तुलना में पढ़ना कम ही हुआ। जून के महीने में पाँच कृतियाँ ही पढ़ पाया। इन कृतियों में से चार उपन्यास थे और एक लघु उपन्यास था। किताबों की शैली (genre) के हिसाब से देखें इस महीने मैंने अपराध साहित्य ही ज्यादा पढ़ा। पाँच में से चार कृतियाँ अपराध साहित्य हैं और एक ही साहित्यिक कथा-साहित्य (लिटरेरी फिक्शन) की श्रेणी में आयेगी। 

इस पोस्ट में मैं इन कृतियों के विषय में ही बात करूँगा।

जून में पढ़ी गयी किताबें
जून 2020 में पढ़ी गयी किताबें 


सुरेन्द्र मोहन पाठक जी का यह उपन्यास एक थ्रिलर उपन्यास है जो कि ड्रग्स और ड्रग माफिया पर आधारित है। साहिल और सुनीत सरीन नाम के भाई को केंद्र में रखकर लिखा गया यह उपन्यास यह दर्शाता है कि अपराध की दुनिया कैसे न केवल अपराध में लिप्त व्यक्ति की जिंदगी को बर्बाद कर देती है लेकिन कई बार यह उस व्यक्ति के नजदीकियों की जिंदगी भी नर्क बना देती है। उपन्यास शुरू से लेकर अंत तक मनोरंजक है। अगर आपने नहीं पढ़ा है तो एक बार पढ़िएगा जरूर।

Get Real by Donald E Westlake (उपन्यास)
गेट रियल जॉन डोर्टमंडर श्रृंखला का पन्द्रहवाँ उपन्यास है। डोनाल्ड ई वेस्टलेक द्वारा जॉन को लेकर लिखा गया  यह आखिरी उपन्यास है। इस उपन्यास में डोर्टमंडर और उसके साथियों को एक रियलिटी टीवी का प्रोडूसर डो फेयरकीप  एक रियलिटी टेलीविज़न शो में शामिल होने का ऑफर देता है। यह शो क्या है और डोर्टमंडर और उसके साथियों के लिए यह कैसा मौक़ा लाता है और इस दौरान उन्हें किन किन चीजों से दो चार होना होता है यही उपन्यास का कथानक बनता है।

डोर्टमंडर का किरदार मुझे पसंद है। इस श्रृंखला के उपन्यासों में  हास्य भरपूर रहता है जो कि मुझे पसंद है और इस लिए मैं इसे पढ़ना चाहता था। उपन्यास की बात करूँ तो उपन्यास  अच्छा है पर मुझे लगता है उपन्यास के पृष्ठ कुछ कम होते तो उपन्यास का कथानक ज्यादा चुस्त हो सकता था और इससे वह ज्यादा मनोरंजक बन सकता था। अगर आपने जॉन डोर्टमंडर श्रृंखला के अन्य उपन्यास नहीं पढ़े हैं तो इससे शुरुआत नहीं करियेगा। अगर जॉन के फैन हैं तो इसे पढ़ सकते हैं। 

Murder in the Air - Beatrice Fishback (उपन्यास )

मर्डर इन द एयर डेज़ी मैकफारलैंड श्रृंखला का पहला उपन्यास है। बीटराइस फिशबेक द्वारा लिखा गया यह उपन्यास एक कोजी मिस्ट्री है। कोजी मिस्ट्री ऐसी रहस्यकथाएँ होती हैं जो कि हल्की फुलकी होती हैं। इनमें ज्यादा खूनखराबा ज्यादा हिंसा नहीं होती है। मैंने कुछ पढ़ी हैं और मुझे अपराध साहित्य की यह विधा भी पसंद आती है। डेज़ी एक अपराध लेखिका है जो कि पंद्रह साल शिक्षण करके अब लन्दन जाकर केवल लेखन करना चाहती है। अपनी इस इच्छा को वो पूरा भी कर देती है लेकिन फिर उसके बगल में मौजूद एक यात्री की फ्लाइट के दौरान जहर से मृत्यु हो जाती है। अब डेज़ी इस पचड़े से कैसे निकलती है यही उपन्यास का कथानक बनता है। उपन्यास मुझे पसंद आया। डेजी का किरदार रोचक है और इस श्रृंखला के अन्य उपन्यास मैं जरूर पढ़ना चाहूँगा।

दूसरी जन्नत नासिरा शर्मा जी का लिखा लघु-उपन्यास है। इस लघु-उपन्यास के केंद्र में एक तरफ तो जफर अब्बास के परिवार की कहानी है वहीं दूसरी तरफ भारतीय मुस्लिम समाज में एक स्त्री को कृत्रिम गर्भधारण के कारण किन परेशानियों का सामना करना पड़ता है यह भी दर्शाया गया है। एक रोचक कृति है।

हाँ, किताब केवल कृत्रिम गर्भधारण की समस्या पर ही केन्द्रित होती और माँ के दृष्टिकोण से शायद लिखी जाती तो मुझे लगता है यह रचना और अच्छी हो सकती थी। इस विषय (कृत्रिम गर्भधारण) पर अगर और भी किताबें लिखी गयी है और अगर आपको पता हैं तो मुझे जरूर बताइयेगा।

जनप्रिय लेखक के उपन्यास पढ़ने का जब भी मुझे मौका मिलता है मै अवश्य पढ़ता हूँ। इस बार पौड़ी हूँ और इधर रहस्य दिखाई दिया तो इसे पढ़ना ही था। 

रहस्य उपन्यास की कहानी विनय की है जिसे अपनी सौतेली माँ वासंती देवी के कत्ल के जुर्म में जेल में डाल दिया जाता है। फिर कुछ ऐसा होता है कि केंन्द्रीय खुफिया विभाग इस मामले को सुलझाने में लग जाता है। कथानक ऐसा बुना हुआ है कि पाठक उपन्यास को पढ़ता चला जाता है। हाँ, उपन्यास का अंत थोड़ा बेहतर किया जा सकता था। 

तुलसी पॉकेट बुक्स से प्रकाशित इस किताब में उपन्यास तो है ही लेकिन उसके अलावा इसमें एक पचास पृष्ठों की उपन्यासिका  टार्जन का गुप्त खजाना भी है। टार्जन का गुप्त खजाना एक रोमांचकथा है जिसने मेरा भरपूर मनोरंजन किया। इस उपन्यासिका की ख़ास बात मुझे यह लगी कि इसमें राजेश मुख्य भूमिका में है। मैंने अभी तक जितनी कृतियाँ पढ़ी हैं उनमें राजेश एक मेंटर की हैसियत से ही दर्शाई देता है और एक्शन में कम ही भाग लेता है । उसके मातहत ही सारा काम करते हैं। ऐसे में उसे खुद एक्शन करते देखना मुझे बेहद पसंद आया।

अगर आपने इस कहानी को नहीं पढ़ा है तो आपको इसे जरूर पढ़ना चाहिए। 


तो यह थी वो किताबें जो मैंने जून के महीने में पढ़ीं। आप किताबों के शीर्षकों के ऊपर क्लिक करके किताबों के प्रति मेरी विस्तृत राय पढ़ सकते हैं।

आपने जून में क्या पढ़ा? अपने द्वारा पढ़ी गयी पुस्तकों के नाम जरूर साझा कीजियेगा। हो सकता है मुझे और अन्य पाठकों को कुछ नया पढ़ने को मिल जाये।

© विकास नैनवाल 'अंजान'
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