नीलम जासूस कार्यालय का नवीन सेट |
नीलम जासूस कार्यालय (Neelam Jasoos Karyalay) द्वारा उनका नीवन सेट को रिलीज कर दिया गया है। प्रकाशन नीलम जासूस कार्यालय (Neelam Jasoos Karyalay) का यह बारहवाँ सेट है जिसके अंतर्गत प्रकाशन द्वारा इस बार छः पुस्तकें पाठकों के लिए प्रस्तुत की जा रही हैं। इन छः पुस्तकों में से दो पुस्तकें, जिसमें से हर एक पुस्तक टू इन वन है, जनप्रिय लेखक ओम प्रकाश शर्मा (Janpriya Lekhak Om Prakash Sharma) और बाकी चार पुस्तकें वेद प्रकाश काम्बोज (Ved Prakash Kamboj) की हैं।
नीलम जासूस कार्यालय (Neelam Jasoos Karyalay) द्वारा प्रकाशित इस नवीन सेट में निम्न पुस्तकें उपलब्ध हैं:
जनप्रिय लेखक ओम प्रकाश शर्मा (Janpriya Lekhak Om Prakash Sharma) के उपन्यास
- जगत खतरे में / जगत मौत के घेरे में (2 इन 1) मूल्य: 300 रुपये
- लापता लाश / लापता हवाई जहाज (2 इन 1 ) मूल्य: 300 रुपये
वेद प्रकाश काम्बोज (Ved Prakash Kamboj) के उपन्यास
- घुसपैठ, मूल्य: 275 रुपये
- प्रेत का प्रतिबिम्ब, मूल्य: 325 रुपये
- डाकू मोहन (बांग्ला से अनूदित क्लासिक), मूल्य: 225
- बॉम्ब ब्लास्ट, मूल्य: 300 रुपये
वैसे तो इस पूरे सेट की कीमत 1725 रुपये है लेकिन अगर आप पूरे सेट को मँगवाते हैं तो आपको यह सेट केवल 1600 रुपये में घर बैठे बिना किसी अतिरिक्त डिलिवरी चार्ज के मिल सकता है।
आप अपना ऑर्डर निम्न नंबर पर कर सकते हैं:
9310032466
नीलम जासूस कार्यालय (Neelam Jasoos Karyalay) द्वारा प्रकाशित उपन्यास अमेज़न पर भी उपलब्ध हैं। उपन्यास आप निम्न लिंक पर जाकर ऑर्डर कर सकते हैं:
यह भी पढ़ें
- जनप्रिय लेखक ओम प्रकाश शर्मा के उपन्यास 'कुलदेवी का रहस्य' की समीक्षा
- वेद प्रकाश काम्बोज के उपन्यास 'तबाही का देवता' की समीक्षा
- जनप्रिय लेखक ओम प्रकाश शर्मा के उपन्यास 'नूरजहाँ का नैकलेस' की समीक्षा
- वेद प्रकाश काम्बोज के उपन्यास 'खतरे की खोपड़ी' की समीक्षा
- जनप्रिय लेखक ओम प्रकाश शर्मा के उपन्यास 'हत्यारे की प्रेमिका' की समीक्षा
- उपन्यास 'राक्षस' के लेखक नितिश सिन्हा से एक बातचीत
- जनप्रिय लेखक ओम प्रकाश शर्मा के उपन्यास 'बदला' की समीक्षा
FTC Disclosure: इस पोस्ट में एफिलिएट लिंक्स मौजूद हैं। अगर आप इन लिंक्स के माध्यम से खरीददारी करते हैं तो एक बुक जर्नल को उसके एवज में छोटा सा कमीशन मिलता है। आपको इसके लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं देना पड़ेगा। ये पैसा साइट के रखरखाव में काम आता है। This post may contain affiliate links. If you buy from these links Ek Book Journal receives a small percentage of your purchase as a commission. You are not charged extra for your purchase. This money is used in maintainence of the website.