...मनुष्यों के मन के मामलों को भी ज्योमेट्री की सहायता से जाना जाता है। सीधे-सीधे आदमी का मन सरल रेखा में चलता है। खराब आदमी का मन साँप की तरह टेढ़ा-मेढ़ा चलता है। पागल का मन कब किधर चल पड़े यह कोई नहीं कह सकता। यहाँ भी वही जटिल ज्योमेट्री।
- सत्यजित राय, सोने का किला
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सोने का किला
बहुत सार्थक सन्देश।
ReplyDeleteधनतेरस की हार्दिक शुभकामनाएँ आपको।
जी आभार सर।
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