- बिमल मित्र, गवाह नम्बर तीन
किताब के विषय में मेरी राय निम्न लिंक पर जाकर पढ़ सकते हैं:
गवाह नम्बर तीन
जब भी किताबों के पन्ने पलटता हूँ , कई किरदारों से रूबरू हो जाता हूँ , कुछ में अपनों को कुछ में दूसरों को पाता हूँ, एक किताब के जरिये न जाने कितनी जिंदगियाँ जी जाता हूँ। - विकास 'अंजान'
- बिमल मित्र, गवाह नम्बर तीन
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बहुत सुन्दर सन्देश।
ReplyDeleteरूप-चतुर्दशी और धन्वन्तरि जयन्ती की हार्दिक शुभकामनाएँ।
जी आभार सर। रूप चतुर्दशी और धन्वन्तरि जयंती की हार्दिक शुभकामनाएँ....
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