ओरहान पामुक (Orhan Pamuk) के उपन्यास नाइट ऑफ प्लेग (Night Of Plague) को ऐतिसाहिक गल्प और जासूसी कथा का मिश्रण कहा जा रहा है। इस उपन्यास का कथानक वर्ष 1900 में बसाया गया है और ऑटोमान राज्य के एक काल्पनिक टापू पर घटित होता है। जब इस टापू पर प्लेग फैलने लगता है तो टापू के लोग बगावत कर देते हैं। टापू में फैली इस महामारी को रोकने के लिए ऑटोमान सम्राज्य का राजा वहाँ अपने विश्वासपात्र अफसर को भेजता है लेकिन लोग उसकी बात मनाने से इंकार कर देते हैं। ऐसे माहौल में इस टापू में क्या क्या चीजें घटित होती हैं यही उपन्यास का कथानक बनता है।
बताते चलें यह उपन्यास ओरहान पामुक (Orhan Pamuk) का ग्यारहवाँ उपन्यास है। ओरहान पामुक तुर्की के सबसे महत्वपूर्ण उपन्यासकारों में से एक हैं जिनकी पुस्तकों की तिरसठ (63) भाषाओं में 1.3 करोड़ प्रतियाँ बिक चुकी हैं। ओरहान पामुक को 2006 में अपने लेखन के लिए साहित्य के नोबेल पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है। इसके अलावा भी वह कई पुरस्कारों से सम्मानित किये जा चुके हैं।
ओरहान पामुक के उपन्यास नाइट ऑफ प्लेग (Night Of Plague) को एकिन ओकलैप (Ekin Oklap) द्वारा अंग्रेजी में अनूदित किया गया है। इससे पूर्व एकिन ओकलैप (Ekin Oklap) द्वारा उनके दो उपन्यासों अ स्ट्रैन्जनेस इन माय माइंड (A Strangeness In My Mind) और द रेड हैयर्ड वुमन (The Red Haired Woman) और एक पुस्तक द इनोसेंस ऑफ मेमोरीज़ (The Innocence of Memories) का भी अनुवाद किया गया है।