नेवर गो बैक | लेखक: ली चाइल्ड | शृंखला: जैक रीचर | अनुवादक: विकास नैनवाल

थ्रिलवर्ल्ड प्रकाशन की नये सेट का प्रीऑर्डर हुआ शुरू

  

थ्रिलवर्ल्ड प्रकाशन की नया सेट हुआ रिलीज


थ्रिलवर्ल्ड प्रकाशन के नये सेट के प्रीऑर्डर की घोषणा हाल ही में की गयी है। प्रकाशन के इस सेट में चार किताबें रिलीज की जा रही हैं।  इस सेट में तीन उपन्यास और एक लघु-उपन्यास संग्रह रिलीज किया जा रहा है। सेट में रिलीज की गयी चार किताबों में से एक किताब लेखक संतोष पाठक की और तीन किताबें लेखक चन्द्रप्रकाश पाण्डेय की होंगी। 

सेट की किताबों को आप आकर्षक दर पर 15 अगस्त 2021 तक प्री ऑर्डर कर सकते हैं। 25 अगस्त 2021 से किताबें प्रकाशन द्वारा पाठकों तक पहुँचानी शुरू कर दी जाएगी।

इस नवीन सेट की किताबें निम्न हैं:

डेढ़ सयाने - संतोष पाठक 

डेढ़ सयाने लेखक संतोष पाठक का नवीनतम उपन्यास है।  256 पृष्ठों के इस उपन्यास की कीमत 190 रुपये प्रकाशन द्वारा तय की गयी है। 

किताब परिचय:

कत्ल दर कत्ल होते जा रहे थे। इंवेस्टिगेशन ऑफिसर गरिमा देशपांडे की समझ में नहीं आ रहा था कि जो हो रहा है वह क्यों हो रहा है? घटनास्थल पर हर बार पुलिस को ब्लैक ऐंड व्हाईट प्रिंटर से निकाली गई एक तस्वीर मिलती थी, जिसके ऊपर मोटे अक्षरों में लिखा होता था, 'काजी सबकुछ कर सकता है'। 


कौन था ये काजी? क्यों वह बेकसूर लोगों की लाशें बिछाता जा रहा था? क्या वारदात का सच में 'काजी' के साथ कोई रिश्ता था, या उसके जरिये पुलिस को महज भरमाने की कोशिश कर रहा था हत्यारा?

रक्त तृष्णा - चन्द्रप्रकाश पाण्डेय 

रक्त तृष्णा थ्रिलवर्ल्ड से आने वाला लेखक चन्द्रप्रकाश पाण्डेय का नवीनतम उपन्यास है। यह एक ऐसी औरत की कहानी है जो रहस्यमयी थी और एक निर्धारित समय पर ही दिखाई देती थी। उपन्यास के आवरण चित्र रोचकता जगाता है जिसमें एक तलाब में नहाती हुई स्त्री और एक इमारत, जो शायद एक मंदिर है, बना हुआ है। इस बार लेखक अपने पाठकों के लिए क्या लेकर आए हैं यह जानने के लिए पाठक जरूर आतुर होंगे। 

256 पृष्ठ के इस उपन्यास की कीमत प्रकाशन ने 190 रुपये रखी हुई है। 

किताब परिचय

वह लोगों के लिए एक पहेली थी। कोई नहीं जानता था कि वह उस इलाके में कहाँ रहती थी और कैसे जीवन-यापन करती थी। न तो वह दिन के उजाले में दिखती थी और न ही रात के अँधेरे में। उसके दिखने का जो वक्त मुक़र्रर था, वह पूर्णमासी की रात थी और जो स्थान मुक़र्रर था, वह मंदिरों के खंडहर का तालाब था।

उस रहस्यमयी औरत की हैरतअंगेज दास्ताँ, जिसकी निगाहों का मारा मौत का मुसाफिर बन जाता था।

फिर वही खौफ - चन्द्रप्रकाश पाण्डेय 

फिर वही खौफ लेखक चन्द्र प्रकाश पाण्डेय का पूर्व प्रकाशित उपन्यास है। काफी वक्त से इसका प्रिन्ट संस्करण मार्केट में मौजूद नहीं था जिस कारण वो पाठक जो ई बुक के बजाए प्रिन्ट किताबें पसंद करते हैं इसे नहीं पढ़ पा रहे थे। अब ऐसे पाठकों इस उपन्यास का वापिस से लुत्फ ले पाएंगे। उपन्यास 256 पृष्ठों का है और इसकी कीमत 190 रुपये रखी गयी है। 


किताब परिचय

कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में घटी कुछ अज्ञात और रहस्यमयी घटनाओं ने यश की स्मृतियों पर ऐसा प्रहार किया था कि वह अपनी समस्त उपलब्धियों को गंवाकर केवल एक नाम के पीछे पागल था- 'ब्रह्मराक्षस' अपने भाई की गुम हो चुकी यादों को तलाशता हुआ साहिल शंकरगढ़ के राजमहल में दफन उस रहस्य तक जा पहुंचा, जो सत्रहवीं शताब्दी में हुए एक पैशाचिक रक्तपात का सूत्रधार बना था। उसके तलाश की परिणिती किस रूप में हुई? एक वहशी कापालिक की रक्तरंजित गाथा, जो खुद को यमराज का दूसरा रूप कहता था और अपने जिस्म में वीरान मरघटों में भटकने वाली एक खौफनाक रुह को पनाह दे बैठा था।

अनहोनी - चन्द्रप्रकाश पाण्डेय 

अनहोनी लेखक चन्द्रप्रकाश पाण्डेय का हाल ही में आया लघु-उपन्यास है। प्राप्त हुई  जानकारी के अनुसार इस किताब में अनोहनी के अलावा एक और लघु-उपन्यास पाठकों को पढ़ने के लिए मिलेगा। 140 पृष्ठों की इस किताब की कीमत 120 रुपये रखी गयी है। 

किताब परिचय:

अनिरुद्ध पाठक एक लेखक था, स्थापित लेखक था लेकिन उसके साथ अनहोनी ये थी कि वह अपने ही रचे हुए एक किरदार से पनाह मांग रहा था। उसी की कल्पना से उपजा वह किरदार उसी की जिंदगी पर हावी था।


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तो यह हैं थ्रिलवर्ल्ड प्रकाशन के नवीन सेट में आने वाली पुस्तकें।  अगर आप इस पूरे सेट को एक साथ मँगवाते हैं तो तो आपको इस 710 रुपये मूल्य के इस पूरे सेट के केवल 521 रुपये ही अदा  करने होंगे। वहीं अगर आप अनहोनी के साथ सेट की कोई एक पुस्तक मँगवाते हैं तो आपको  310 के बजाए केवल  260 रुपये ही देने होंगे। अनहोनी के साथ सेट की कोई दो पुस्तकें मँगवाने पर आपको पाँच सौ के बजाए केवल 425 रुपये ही देने होंगे। इसके साथ ही पुस्तकें आपको मुफ़्त में डिलिवर की जाएंगी। 


पुस्तकों का प्रीऑर्डर 15 अगस्त 2021 तक जारी रहेगा। पुस्तकों पर यह ऑफर भी 15 अगस्त 2021 तक ही मान्य होगा। पाठकों को प्रकाशन द्वारा पुस्तकें 25 अगस्त 2021 से  भेजनी शुरू कर दी जाएंगी। 

आप अपने ऑर्डर 9598434828 पर संदेश भेजकर कर गूगल पे या पेटीएम के माध्यम से कर सकते हैं। 
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