नेवर गो बैक | लेखक: ली चाइल्ड | शृंखला: जैक रीचर | अनुवादक: विकास नैनवाल

अनिल सलूजा

जन्म: 15 अप्रैल 1957, पानीपत

अनिल सलूजा पानीपत हरियाणा के हैं। अपनी तेज रफ्तार अपराध कथाओं के लिए वह पाठकों के बीच प्रसिद्ध रहे हैं। 

अनिल सलूजा का जन्म 15 अप्रैल 1957 में पानीपत में हुआ था।  वह पानीपत में ही रहते हैं। उन्होंने हायर सेकंड्री के बाद आईटीआई से रेडियो और टीवी मैकेनिक में डिप्लोमा किया और अब पानीपत में उनकी रेडियो और टीवी रिपेयरिंग की ही दुकान है।

उनका पहला उपन्यास 'बेकसूर हत्यारा' मनोज पॉकेट बुक्स से ट्रेड नेम से 1990 के करीब प्रकाशित हुआ था।

1994-95 में उनका उपन्यास फंदा उनके ही नाम से प्रकाशित हुआ था। इसके बाद वह अपने नाम और ट्रेड नाम (मनोज से अर्जुन पण्डित, रवि,महेश नाम से, तुलसी पॉकेट बुक्स में प्रकाश पारासर नाम से , रवि पॉकेट बुक्स में कबीर कोहली नाम से, शिवा पॉकेट बुक्स में शिवा पण्डित, धीरज पॉकेट बुक्स में केशव पण्डित और भी बहुत से नाम जैसे आशीर्वाद इत्यादि)  से उपन्यास प्रकाशित करते आये हैं। 

उन्होंने कई श्रृंखलाओं के उपन्यास लिखे हैं। 

लेख की बहुत सी जानकारी साहित्य देश में प्रकाशित लेखक अनिल सलूजा के साक्षात्कार पर आधारित है। साक्षात्कार निम्न लिंक पर प्रकाशित है:
साक्षात्कार - अनिल सलूजा

उपन्यास:

श्रृंखला:

  1. रीमा राठौर
  2. अजय जोगी
  3. राजा ठाकुर
  4. भेड़िया /अलख
  5. बलराज गोगिया
एकल उपन्यास:
  1. वक्त का मारा

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