tag:blogger.com,1999:blog-6624276145362245599.post2122575105151727081..comments2024-03-27T04:25:14.049+05:30Comments on एक बुक जर्नल: बन्दर की करामात - सुरेन्द्र मोहन पाठकविकास नैनवाल 'अंजान'http://www.blogger.com/profile/09261581004081485805noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-6624276145362245599.post-91980123588502003522021-04-24T20:37:00.265+05:302021-04-24T20:37:00.265+05:30जी उपरोक्त उपन्यास मैंने नहीं पढ़े थे। साझा करने के...जी उपरोक्त उपन्यास मैंने नहीं पढ़े थे। साझा करने के लिए हार्दिक आभार। जल्द ही इन्हें पढ़ने की कोशिश रहेगी। विकास नैनवाल 'अंजान'https://www.blogger.com/profile/09261581004081485805noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6624276145362245599.post-71727118041555849202021-04-24T14:00:13.375+05:302021-04-24T14:00:13.375+05:30'बंदर की करामात' में जो ख़ामियां आपने पकड़ी...'बंदर की करामात' में जो ख़ामियां आपने पकड़ीं विकास जी, वे तो (क्लाइमेक्स में बंदर की ग़ैर-मौजूदगी को छोड़कर) मेरी निगाह से भी चूक गई थीं। बहरहाल आप निष्पक्ष होकर उपन्यास (और अन्य प्रकार की पुस्तकें भी) पढ़ते हैं, यह आपकी समीक्षाओं से पता चलता है। मैं ख़ुद बंदर का प्रशंसक हूँ और एक बार मैंने पाठक साहब से पूछा था कि वे कभी बंदर से फिर मुलाक़ात करवा सकते हैं क्या तो उन्होंने इनकार कर दिया था। आपने पाठक साहब का उपन्यास 'गैंगवार' नहीं पढ़ा हो तो ज़रूर पढ़ें क्योंकि उसमें बंदर ही नायक है जबकि सुनील केवल अतिथि भूमिका में है। बंदर के अन्य उपन्यासों में 'ख़ूनी नेकलेस', 'फ़्लैट में लाश', 'चोर-सिपाही' आदि हैं और वह ऐसे प्रत्येक उपन्यास में भरपूर मनोरंजन प्रदान करता है। जितेन्द्र माथुरhttps://www.blogger.com/profile/15539997661147926371noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6624276145362245599.post-42775615219722565742021-03-31T20:11:11.331+05:302021-03-31T20:11:11.331+05:30आभार मैम। आभार मैम। विकास नैनवाल 'अंजान'https://www.blogger.com/profile/09261581004081485805noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6624276145362245599.post-33649954194123031852021-03-31T17:48:25.214+05:302021-03-31T17:48:25.214+05:30बहुत सही समीक्षात्मक जानकारी भरे आलेख के लिए आपका ...बहुत सही समीक्षात्मक जानकारी भरे आलेख के लिए आपका शुक्रिया ।जिज्ञासा सिंह https://www.blogger.com/profile/06905951423948544597noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6624276145362245599.post-81845168758614258482021-03-31T16:47:08.208+05:302021-03-31T16:47:08.208+05:30लेख आपको पसंद आया यह जानकर अच्छा लगा। आभार। लेख आपको पसंद आया यह जानकर अच्छा लगा। आभार। विकास नैनवाल 'अंजान'https://www.blogger.com/profile/09261581004081485805noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6624276145362245599.post-35715707976749887922021-03-31T15:57:02.405+05:302021-03-31T15:57:02.405+05:30वाह ये काफी रोमांचक लगा।
सटीक समालोचक दृष्टि गुण औ...वाह ये काफी रोमांचक लगा।<br />सटीक समालोचक दृष्टि गुण और दोषों के साथ।<br />साधुवाद।मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6624276145362245599.post-32001420320106810842021-03-31T09:37:04.012+05:302021-03-31T09:37:04.012+05:30जी एक बुक जर्नल पर प्रकाशित लेख आपको पसन्द आते हैं...जी एक बुक जर्नल पर प्रकाशित लेख आपको पसन्द आते हैं यह जानकर अच्छा लगा। आभार।विकास नैनवाल 'अंजान'https://www.blogger.com/profile/09261581004081485805noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6624276145362245599.post-77552832139126687242021-03-31T09:24:43.923+05:302021-03-31T09:24:43.923+05:30आपके इस ब्लॉग पर बहुत अच्छे उपन्यासों की जानकारी म...आपके इस ब्लॉग पर बहुत अच्छे उपन्यासों की जानकारी मिल जाती है । बहुत बढ़िया पोस्ट ।Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6624276145362245599.post-2507659402989383382021-03-30T21:03:26.998+05:302021-03-30T21:03:26.998+05:30वाह!! बन्दर को केंद्र में रखकर लिखे यह उपन्यास जरू...वाह!! बन्दर को केंद्र में रखकर लिखे यह उपन्यास जरूर पढूंगा। नाम साझा करने के लिए आभार। विकास नैनवाल 'अंजान'https://www.blogger.com/profile/09261581004081485805noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6624276145362245599.post-50185871095714696562021-03-30T20:10:26.228+05:302021-03-30T20:10:26.228+05:30मुझे लगता है आप बंदर उर्फ जुगल किशोर को बहुत पसंद ...मुझे लगता है आप बंदर उर्फ जुगल किशोर को बहुत पसंद करते हैं, अगर सचमुच ऐसी ही बात है तोआप गैंग वॉर नामक थ्रीलर उपन्यास पड़े, जो कि सुनील श्रृंखला का ना होकर एक थ्रीलर है जो कि सिर्फ बंदर पर ही केंद्रित है, या फिर आप सुनील श्रृंखला का उपन्यास चोर सिपाही पढ़ेजो कि किंडल पर उपलब्ध है यह भी बंदर पर ही लिखा गया है।।<br />और सचमुच गैंगवार पढ़कर आपको ऐसा लगेगा जैसे आपने सचमुच कोई उपन्यास पढ़ा है पाठक साहब के 10 सबसे ज्यादा पढ़े जाने वाले उपन्यास मैं तो इन्हें रखूंगाmoin kaladiyahttps://www.blogger.com/profile/18443939390906350071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6624276145362245599.post-62999135132174041912021-03-30T18:08:39.871+05:302021-03-30T18:08:39.871+05:30चर्चाअंक में मेरी पोस्ट को शामिल करने के लिए हार्द...चर्चाअंक में मेरी पोस्ट को शामिल करने के लिए हार्दिक आभार,सर। विकास नैनवाल 'अंजान'https://www.blogger.com/profile/09261581004081485805noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6624276145362245599.post-57632033243034254302021-03-30T18:02:13.901+05:302021-03-30T18:02:13.901+05:30आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल बुधवार (31-03-2021)...आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल बुधवार (31-03-2021) को <a href="https://charchamanch.blogspot.com/" rel="nofollow"> "होली अब हो ली हुई" (चर्चा अंक-4022) </a> पर भी होगी। <br />-- <br />मित्रों! कुछ वर्षों से ब्लॉगों का संक्रमणकाल चल रहा है। परन्तु प्रसन्नता की बात यह है कि ब्लॉग अब भी लिखे जा रहे हैं और नये ब्लॉगों का सृजन भी हो रहा है।आप अन्य सामाजिक साइटों के अतिरिक्त दिल खोलकर दूसरों के ब्लॉगों पर भी अपनी टिप्पणी दीजिए। जिससे कि ब्लॉगों को जीवित रखा जा सके। चर्चा मंच का उद्देश्य उन ब्लॉगों को भी महत्व देना है जो टिप्पणियों के लिए तरसते रहते हैं क्योंकि उनका प्रसारण कहीं हो भी नहीं रहा है। ऐसे में चर्चा मंच विगत बारह वर्षों से अपने धर्म को निभा रहा है। <br />--<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' <br />-- डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com