नेवर गो बैक | लेखक: ली चाइल्ड | शृंखला: जैक रीचर | अनुवादक: विकास नैनवाल

जंग | राज कॉमिक्स | जॉली सिन्हा

संस्करण विवरण:

फॉर्मैट: पेपरबैक | पृष्ठ संख्या: 64 | प्रकाशक: राज कॉमिक्स | शृंखला: सुपर कमांडो ध्रुव 


टीम 

कथा: जॉली सिन्हा | चित्र: अनुपम सिन्हा | इंकिंग: विट्ठल कांबले | सुलेख व रंग: सुनील पाण्डेय | संपादक: मनीष गुप्ता




कहानी 

नक्षत्र रोहिणी सर्कस का एक ऐसा हरफनमौला कलाकार था जिसके हैरतंगेज कारनामें देखकर लोग दाँतों तले उँगलियाँ दबा देते थे। 

पर अब उस नक्षत्र ने एक जंग की शुरुआत कर दी थी।

उसकी यह जंग थी सुपर कमांडो ध्रुव के खिलाफ। 

आखिर क्यों नक्षत्र सुपर कमांडो ध्रुव से भिड़ना चाहता था?

इस जंग का क्या नतीजा निकला?


मेरे विचार 

कहते हैं आप अपने इतिहास से पीछे छुड़ाने की कितनी भी कोशिश करो लेकिन वो आपका पीछा इतनी आसानी से नहीं छोड़ता है। वह कभी भी मुँह बाये आपके सामने आकर खड़ा हो सकता है। फिर अगर व्यक्ति अपराधियों से लड़ता हो तो उसके इतिहास में उन लोगों की कमी नहीं होती जो कुछ भी करके उससे बदला लेना चाहते हों। ऐसे में इतिहास के सामने आने की संभावना आम आदमी की तुलना में कई गुना बढ़ जाती है। 

प्रस्तुत कॉमिक बुक 'जंग' भी एक ऐसा ही कॉमिक है जिसमें ध्रुव के खिलाफ ऐसे लोगों द्वारा षड्यन्त्र रचा जाता है जिन्हें उसने बहुत पहले उनके अपराधों की सजा दी थी। यह षड्यन्त्र  उसको एक ऐसे व्यक्ति के सामने लाकर खड़ा कर देता है जो कि बुद्धि, फन और चुस्ती फुर्ती के मामले में उससे बीस नहीं तो उन्नीस भी नहीं रहता है। यह व्यक्ति है नक्षत्र और साजिश करने वाला ऐसा कौन सा षड्यंत्र रचता है जिससे नक्षत्र ध्रुव के खिलाफ हो जाता है और फिर इस षड्यंत्र का जो नतीजा निकलता है वही इस कॉमिक बुक का कथानक बनता है।

ध्रुव का यह कॉमिक एक रोमांचकथा है जिसमें पाठकों को साजिश और सजिशकर्ता के विषय में पहले ही बता दिया जाता है। ऐसे में इसमें कोई रहस्य तो नहीं रहता है लेकिन रोमांच के तत्व शुरू से अंत तक बरकरार रहते है। पहले तो पाठक साजिश के विषय में जानने के लिए पृष्ठ पलटता है। फिर साजिश के क्रियांवन, उसमें आती दिक्कतें और उसके परिणाम को जानने के लिए कॉमिक्स के पृष्ठ पलटता चला जाता है। सुपर कमांडो ध्रुव इस साजिश से कैसे बचेगा और ऐसा करने के लिए उसे क्या करना पड़ेगा? ये प्रश्न भी पाठक को कथानक से बाँधकर रखने में सफल होते हैं। 

एक अच्छी कथा वही होती है जिसमें नायक का प्रतिद्वंदी नायक से अधिक या उसके बराबर ही मजबूत हो। इस कॉमिक में मुख्य खलनायक तो ध्रुव के सामने टिकने की कुव्वत नहीं रखता है लेकिन वह ध्रुव के सामने ऐसे प्रतिद्वंदी को लाकर जरूर खड़ा कर देता है जिसके साथ ध्रुव का मुकाबला देखने में मज़ा आ जाता है। 

कॉमिक के मुख्य कथानक के अलावा दूसरी चीजें भी कॉमिक में हैं जिसमें अपराधियों को पकड़ने के लिये ध्रुव का बहुरूप धरा होना, ध्रुव और श्वेता के बीच की नोक झोंक और ध्रुव के मन में श्वेता के चंडिका होने का शक कुलबुलाना भी शामिल हैं। यह सब कथानक की रोचकता को बढ़ाते हैं। 

कथानक का अंत भी ऐसा है जो कि कई संभावना लिए हुए है। नक्षत्र एक ऐसा किरदार है जिसे आगे के कॉमिक में मैं देखना चाहूँगा। अगर आपको पता है कि वह कौन से कॉमिक बुक में आया तो मुझसे उस कॉमिक का नाम कमेंट्स में जरूर साझा कीजिएगा।  

कॉमिक बुक के आर्टवर्क की बात करूँ तो आर्टवर्क अनुपम सिन्हा का है जो कि अच्छा है। 

अंत में यही कहूँगा कि जंग पाठकों का मनोरंजन करने में पूरी तरह सफल होता है। एक रोमांचक कथानक पाठकों को देता है जिसे पढ़कर उनको मज़ा ही आने वाला है। अगर इसे नहीं पढ़ा है तो आपको इसे पढ़ना चाहिए।


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