नेवर गो बैक | लेखक: ली चाइल्ड | शृंखला: जैक रीचर | अनुवादक: विकास नैनवाल

नीलम जासूस कार्यालय का पाँचवा सेट हुआ रिलीज़

 नीलम जासूस कार्यालय के श्री सुबोध भारतीय द्वारा नीलम जासूस कार्यालय के फेसबुक ग्रुप  पर प्रकाशन के पाँचवें सेट के रिलीज़ होने की घोषणा की गयी। आपको बताते चलें नीलम जासूस कार्यालय वेद प्रकाश काम्बोज, ओम प्रकाश शर्मा और परशुराम शर्मा जैसे दिग्गज लेखकों के वर्षों से अनुपलब्ध उपन्यासों को पुनः प्रकाशित कर रहा है। वहीं उनकी योजना नये उपन्यासों को लाने की भी है। 

इस मुहीम में वह अब तक चार सेट प्रकाशित कर चुका है।  उनके इस नवीनतम सेट में जनप्रिय ओम प्रकाश शर्मा के 6 (3 एकल और एक 1 थ्री इन वन), वेद प्रकाश काम्बोज के 6 उपन्यास (दो 2 इन 1 और 2 एकल) और  परशुराम शर्मा के 2 (एक 2 इन 1) उपन्यास प्रकाशित किये जा रहे हैं।  इस सेट की ख़ास बात यह है कि  लेखक वेद प्रकाश काम्बोज एक नया थ्रिलर ड्रैगन की अँगूठी भी इस बार प्रकाशित किया जा रहा है। 

नीलम जासूस द्वारा प्रकाशित पाँचवें सेट में निम्न उपन्यास हैं:

जनप्रिय लेखक ओम प्रकाश शर्मा के उपन्यास 
भाभी (सामजिक उपन्यास )  मूल्य: 225 रूपये 
प्रिया (सामजिक उपन्यास)   मूल्य: 250 रूपये
इधर रहमान उधर बेइमान (जगत श्रृंखला)  मूल्य: 200 रूपये 
शांघाई सुंदरी, सुल्तान नादिरशाह, खूनी मीनार (3 इन 1) (राजेश-जगत श्रृंखला) मूल्य: 300 रूपये 


वेद प्रकाश काम्बोज के उपन्यास 
मृत्यु सम्राट, मूर्ति की चीख  मूल्य: 250 रूपये 
सिंगही का प्रतिशोध मूल्य: 150 रूपये  
निर्जीव अट्टहास, सिंगही की वापसी  मूल्य: 250 रूपये 
ड्रैगन की अँगूठी (नया थ्रिलर)  मूल्य: 150 रूपये 

परशुराम शर्मा के उपन्यास 
सुनहरी झील, जौहर मौत के जाल में (2 इन 1) मूल्य: 250 रूपये  

वैसे तो इस सेट की पूरी किताबों की कीमत 2025 रूपये है लेकिन अगर आप पूरा सेट मँगवाते हैं तो आपको 10 प्रतिशत की छूट प्रकाशन द्वारा दी जा रही है। किताबों को आप 8595667924 पर सम्पर्क स्थापित करके मँगवा सकते हैं।

नीलम जासूस कार्यालय का पाँचवा सेट हुआ रिलीज़



अगर आप नीलम जासूस कार्यालय द्वारा प्रकाशित दूसरे सेट के उपन्यासों को उनकी वेबसाइट और अमेज़न से भी मँगवा सकते हैं। 


© विकास नैनवाल 'अंजान'

FTC Disclosure: इस पोस्ट में एफिलिएट लिंक्स मौजूद हैं। अगर आप इन लिंक्स के माध्यम से खरीददारी करते हैं तो एक बुक जर्नल को उसके एवज में छोटा सा कमीशन मिलता है। आपको इसके लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं देना पड़ेगा। ये पैसा साइट के रखरखाव में काम आता है। This post may contain affiliate links. If you buy from these links Ek Book Journal receives a small percentage of your purchase as a commission. You are not charged extra for your purchase. This money is used in maintainence of the website.
Tags

Post a Comment

4 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.
  1. बढ़िया लेख,बहुत बढ़िया जानकारी !

    ReplyDelete
  2. पीडीएफ एडमिशन धारावाहिक रूप में उपलब्ध करवाइए

    ReplyDelete
    Replies
    1. टिप्पणी का मन्तव्य समझ में नहीं आया मैम... कृपया विस्तृत तौर पर लिखें...

      Delete

Top Post Ad

Below Post Ad

चाल पे चाल