एक बुक जर्नल की प्रतियोगिता #1 में हमें आपसे एक लेख की दरकार थी। प्रतियोगिता के लिये प्रविष्टियाँ आना शुरू हो गयी हैं। आज पढ़िए धनपाल तोमर की प्रविष्टि। धनपाल तोमर बागपत उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं और भारतीय सेना में कार्यरत हैं। उन्होंने हमसे उन किताबों की सूची साझा की है जो कि उनके अनुसार हिन्दी के वृहद पाठक वर्ग की नज़रों में अभी तक शायद नहीं आ पाई हैं।
आइये पढ़ते हैं उनका लेख:
नमस्कार आज बात करते हैं उन किताबों की जो मुझे बहुत पसंद है और मुझे लगता है कि हिंदी के पाठकों को भी पढ़ना चाहिए। शायद किसी खास प्रचार के तरीके के कारण अभी तक हिंदी पाठक उससे बेखबर है या लोगों की नजरों में आने में समय है।
मैं जिला बागपत, उत्तर प्रदेश का रहने वाला हूँ। पढ़ने की प्रवृत्ति बचपन से रही है। बचपन में पहले बड़े भाई, बहनों की स्कूल की किताबों से कहानियाँ पढ़ता था। धीरे धीरे पढ़ने की ये रूचि एक जुनून बन गई और कब जीवन का हिस्सा, पता ही नही चला। वर्तमान समय में फ़ौज में हूँ जिससे कि मुझे कभी भी किताबें ढूँढने में परेशानी नहीं हुई। हिंदी के साथ साथ अंग्रेजी भाषा की लोकप्रिय और दुर्लभ किताबें यूनिट लाइब्रेरी के माध्यम से हासिल होती रही है। भारत के विभिन्न क्षेत्रों, नगरों आदि में तैनाती के बावजूद किताबें हमेशा मेरी साथी बनी रही। कुछ किताबें आपसे साझा कर रहा हूँ जिससे जीवन तो नही बदल सकता लेकिन फिर भी हम अपनी सोच में कुछ परिवर्तन अवश्य कर सकते हैं।
1- गैंगलेण्ड डेमोक्रेसी- मलय कृष्ण धर
गैंगलैंड डेमोक्रेसी |
धर सर का एक बेहतरीन उपन्यास है जो वर्तमान भारतीय राजनीति का सही खाका पेश करता है। ये उपन्यास उनके अंग्रेजी में लिखे 'वी द पीपल आफ इंडिया: अ स्टोरी ऑफ़ गैंगलैंड डेमोक्रेसी' का हिंदी अनुवाद है। धर सर की ही एक किताब 'ओपन सीक्रेट' मुझे बहुत पसंद है। उनका कहानी और किस्से लिखने का अपना ही अंदाज है।
किताब का लिंक:
हिन्दी संस्करण | अंग्रेजी संस्करण
2- माय फ़्यूडल लॉर्ड ( मेरे आका), कुफ़्र-तहमीना दुर्रानी
कुफ्र और माय फ्यूडल लार्ड |
किताब का लिंक:
कुफ्र | My feudal Lord
3- ब्लड ब्रदर्स ( खून का रिश्ता)- एम जे अकबर
ब्लड ब्रदर्स ( खून का रिश्ता) एम जे अकबर की एक बेहतरीन किताब है, मुझे लगता है कि हिंदी पाठकों को भी उसका प्यार मिलना चाहिए। हिंदू-मुस्लिम प्रेम के लिए एक बार जरूर पढ़ें।
खून का रिश्ता |
किताब का लिंक:
अंग्रेजी संस्करण | हिन्दी संस्करण
4-यंत्र-मलयत्तुर रामकृष्ण
यंत्र - मलयत्तुर रामकृष्ण |
मूल उपन्यास यंत्रम जो कि मलयालम में प्रकाशित हुआ था। उपन्यास बेहतरीन है और मुझे बहुत पंसद है।
किताब का लिंक:
यंत्र
कोलहल से दूर |
किताब का लिंक:
कोलाहल से दूर | Far from the Maddening Crowd
इसके साथ साथ मैं विमल मित्र की 'मैं' नामक उपन्यास को सभी के पढ़ने को कहूँगा। विमल मित्र जिस सरलता से लिखते थे वो काबिलेतारीफ है। हालांकि उन्हें ज्यादातर पाठक 'साहब बीवी और गुलाम' के तौर पर याद करते हैं।
बहुत सी किताबें हैं जो पसंद आती है और कुछ समय बाद भूल जाते हैं। जो मुझे याद आयी लिख दिया।
- धनपाल तोमर
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तो यह था प्रतियोगिता के लिए धनपाल तोमर का लेख। लेख आपको कैसा लगा यह हमें जरूर बताईयेगा। क्या आपने इन पुस्तकों को पढ़ा है? अगर हाँ, तो अपने विचारों से हमें जरूर अवगत करवाईयेगा।
अगर आप भी प्रतियोगिता में भाग लेना चाहते हैं तो आप भी हमें अपना लेख निम्न ई मेल पते पर ई मेल कर दीजिये:
contactekbookjournal@gmail.com
लेख भेजने से पहले प्रतियोगिता में आपको किस तरह का लेख भेजना है इसकी जानकारी आप निम्न लिंक पर जाकर एक बार अवश्य पढ़िएगा :
एक बुक जर्नल प्रतियोगिता #1
आपके लेखों का हमें इन्तजार रहेगा। याद रखें लेख भेजने की अंतिम तिथि 30 सितम्बर 2020 है।
प्रतियोगिता में शामिल सभी प्रविष्टियाँ आप निम्न लिंक पर जाकर पढ़ सकते हैं:
एक बुक जर्नल - प्रतियोगिता #1
© विकास नैनवाल 'अंजान'
एक बुक जर्नल प्रतियोगिता की दूसरी कड़ी..धनपाल तोमर जी से कुछ नई किताबों की जानकारी मिली . आभार विकास जी ।
ReplyDeleteजी आभार, मैम।
DeleteAchi choice hai Kufr mujhe bhi achi kitaab lagi thee and under-rated bhi
ReplyDeleteजी शुक्रिया।
Deleteवाह. एम जे अकबर की खून का रिश्ता शायद मेरे पास है. अब पढ़ूंगा. शानदार लेख.
ReplyDeleteलेख आपको पसंद आया यह जानकर अच्छा लगा। आभार।
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